चालकों ने किया हाइवे जाम, यात्रियों की बढ़ी मुश्किलें

 




नवादा के नेमदारगंज थाना क्षेत्र के मस्तानगंज के पास वाहन चालकों ने अपनी दो सूत्री मांगों को लेकर नेशनल हाईवे 20 को जाम कर दिया। हाइवे जाम किये जाने से नववर्ष की खुशियां मनाने जा रहे लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ा। चालकों ने सरकार विरोधी नारे लगाते हुए नये कानून वापस लेने की मांग कर रहे थे। 

बाद में नगर थानाध्यक्ष अरुण कुमार सिंह व नेमदारगंज थानाध्यक्ष राजीव कुमार के समझाने बुझाने के बाद जाम वापस लिया गया। 

बता दें हाल में केन्द्र सरकार द्वारा पारित कानून जिसमें दुर्घटना के बाद चालक के भागने पर दस वर्ष का कारावास व पांच लाख रुपये जुर्माना की सजा का चालक विरोध कर रहे हैं। विरोध स्वरूप चालकों ने एक दिन का हड़ताल किया है। हड़ताल के कारण लोगों को आवागमन में परेशानी का सामना करना पड़ा। 

हाइवे जाम से वाहनों का आवागमन प्रभावित हुआ। नववर्ष के मौके पर पर्यटक स्थलों पर जाने में विलम्ब हुआ।

हिट एंड रन के नए कानून के विरोध में वाहन चालकों का तीन दिवसीय हड़ताल आरंभ, बसों के परिचालन ठप रहने से यात्रियों की बढ़ी परेशानी




नवादा हिट एंड रन के नए कानून के विरोध में वाहन चालकों ने सोमवार की सुबह से तीन दिवसीय हड़ताल शुरू कर दी है। इससे बस स्टैंड से यात्री बसें रवाना नहीं हो पाईं। ट्रकों, डंपरों तथा अन्य वाहनों के पहिए भी थम गए हैं। 

यात्री बस स्टैंड आने के बाद परेशान होकर अपने घर वापस जाने के लिए विवश हो रहे हैं। वाहन चालक संघ के सदस्यों ने सुबह बस स्टैंड पर जमा होकर केन्द्र सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की और सरकार से काला कानून वापस लेने की मांग की।

इस बावत जिला मोटर फेडरेशन के महासचिव विनय सिंह, आकाश दीप बस के चालक बौधू यादव तथा कंडक्टर अरूण यादव ने बताया कि हमारी मांग जब तक पूरी नहीं की जाएगी तब तक हड़ताल जारी रहेगी। सरकार द्वारा कानून में किए गए संशोधन के तहत सड़क हादसे के बाद मौके से भागने वाले चालक को 10 साल की सजा और 7.5 लाख रुपये के जुर्माने का प्रावधान किया गया है। हमारी मांग है कि सरकार इस काले कानून को वापस ले। 

उन्होंने कहा कि एक्सीडेंट की घटना चालक कभी भी जानबूझकर नहीं करते हैं। वाहन चालक के विरूद्ध एक्सीडेन्ट करने पर कानून में किये गए संशोधन को निरस्त किया जाए।

कहा गया कि दुर्घटना के बाद चालक मौके से नहीं भागे तो जमा हुई भीड़ मारपीट करने के साथ कई बार जान तक ले लेती है। वहीं दूसरी ओर सरकार द्वारा जो जुर्माना और सजा का प्रावधान किया गया है, उसमें गरीब ड्राइवर कहां से जुर्माना भरेंगे और दस साल की सजा होने पर परिवार का भरण-पोषण कैसे होगा। उक्त लोगों ने सामूहिक रूप से नए कानून में संशोधन करने की मांग की है। 

इधर, बिना पूर्व सूचना के की गई चक्का जाम हड़ताल की वजह से यात्रियों को भारी परेशानी उठानी पड़ रही। कड़कड़ाती सर्दी में यात्रियों को बस स्टैंड से वापस लौटना पड़ रहा है। रोडवेज और प्राइवेट बस संगठन का कहना है कि यह हड़ताल प्रदेश स्तर पर की जा रही है।

कहते हैं बस मालिक:-

नए हिट एंड रन कानून के खिलाफ सोमवार को जिले के रोडवेज, प्राइवेट बस चालकों तथा वाहन चालकों ने चक्का जाम हड़ताल शुरू कर दिया है। रोडवेज के लगभग 150 से अधिक बसें तथा 100 से अधिक निजी बस सहित अन्य वाहनों के पहिए थम गए। जिला मुख्यालय के तीन नंबर, बुधौल, सद्भावना चौक तथा वारिसलीगंज के नवादा एवं बरबिघा बस स्टैंड में चालक सभी बसों को खड़ी कर चक्का जाम कर दिया है। 

चालकों की मांग है कि सरकर जिस तरह से कृषि कानून को वापस लिया, उसी तरह से हिट एंड रन के नए कानून को भी वापस लें अन्यथा हड़ताल जारी रहेगी। वहीं, हड़ताल की वजह से सैकड़ों यात्री गंतव्य तक नहीं पहुंच पाए।                             

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